मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनहित कार्यों में रिकॉर्ड बनाया - डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु
05-06-2022 06:09:50 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनहित कार्यों में रिकॉर्ड बनाया - डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 50वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर काशी में अलग ही उत्साह देखा जा रहा है । सिगरा स्थित आयुष राज्य मंत्री श्री दयाशंकर मिश्र दयालु के कार्यालय पर रविवार को समर्थकों ने उत्साह के साथ योगी आदित्यनाथ जी का जन्मदिन मनाया जिस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए माननीय आयुष राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु जी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी एक विलक्षण व्यक्तित्व का नाम है । महाराज जी के विषय में कॉन्फ्रेंस काल के जरिए बोलते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता श्री उपेन्द्र मिश्र ने कहा की हमारे प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री एक ब्रांड है । हिंदुत्व और सनातन संस्कृति की शाख इन्ही के दम पर कायम है । उन्होंने आगे कहा कि भगवा क्रांति के सच्चे दूत माने जाते है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी । अन्य कार्यक्रमों के अंतर्गत शनिवार की शाम वाराणसी के अस्सी गंगा घाट किनारे विशेष आरती का भी आयोजन हुआ । सिगरा स्थित कार्यालय पर उनके कटआउट के साथ लोगों ने सेल्फी भी ली गई और केक काटा गया इस अवसर पर माननीय आयुष राज्य मंत्री जी के बड़े भाई जटा शंकर मिश्र जी,मोहित दास जी महराज संतोष सैनी जी पूर्व महामंत्री हरिश्चन्द्र महा विद्यालय, जितेंद्र कुशवाहा ओंकार तिवारी
तनुज दुबे अवध नारायण राय अरुण पांडे लाली चौधरी सागर भाई जय भाई इत्यादि उपस्थित रहे । जबकि गंगा आरती के दौरान गंगा घाट पर बुलडोजर को भी शामिल किया गया । बताते चलें कि सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी में अब बुलडोजर बाबा के नाम से भी जाने जाते हैं ।सीएम योगी आदित्यनाथ की 50वें जन्मदिन के अवसर पर गंगा आरती का विशेष आयोजन रखा गया है जिसमे श्री सचिन मिश्र सनातनी जी और डॉक्टर सुधीर मिश्र जी की विशेष भूमिका रही ।
ये कार्यक्रम सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहा । इस मौके पर बकायदा सीएम योगी की रंगोली को गंगा घाट किनारे आरती स्थल पर उकेरा गया था । गंगा आरती के दौरान जय बाबा बुलडोजर के नारे ने लोगों में उत्साह भर दिया । भाजपा के मंडल संयोजक शिक्षक प्रकोष्ठ श्री पंकज कुमार मिश्रा जी ने सीएम योगी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा, ''उत्तर प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को उनके जन्मदिन पर उन्हे कोटि कोटि बधाई। उनके नेतृत्व में प्रदेश ने प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुआ है , अराजक तत्व भय से कांप रहे । उन्होंने प्रदेश की जनता के लिए जन-हितैषी शासन किया है। मैं उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं। वैसे योगी आदित्यनाथ जिनका मूल नाम : अजय सिंह बिष्ट है । इनका जन्म 5जून 1972 को वर्तमान में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले स्थित यमकेश्वर तहसील के पंचुर गाँव के एक गढ़वाली क्षत्रिय परिवार में योगी आदित्यनाथ का जन्म हुआ । इनके पिता का नाम आनन्द सिंह बिष्ट है जो एक फॉरेस्ट रेंजर थे तथा इनकी मां का नाम सावित्री देवी है। 20 अप्रैल 2020 को उनके पिता आनन्द सिंह बिष्ट की मृत्यु हो गई। अपनी माता-पिता के सात बच्चों में तीन बड़ी बहनों व एक बड़े भाई के बाद ये पांचवें थे एवं इनसे और दो छोटे भाई हैं। इन्होंने 1977 में टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल में पढ़ाई शुरू की व 1987 में यहाँ से दसवीं की परीक्षा पास की। सन् 1989 में ऋषिकेश के श्री भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज से इन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। 1990 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते हुए ये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े। 1992 में श्रीनगर के हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से इन्होंने गणित में बीएससी की परीक्षा पास की। कोटद्वार में रहने के दौरान इनके कमरे से सामान चोरी हो गया था जिसमें इनके सनत प्रमाण पत्र भी थे। इस कारण से गोरखपुर से विज्ञान स्नातकोत्तर करने का इनका प्रयास असफल रह गया। इसके बाद इन्होंने ऋषिकेश में पुनः विज्ञान स्नातकोत्तर में प्रवेश तो लिया लेकिन राम मंदिर आंदोलन का प्रभाव और प्रवेश को लेकर परेशानी से उनका ध्यान अन्य ओर बंट गया। 1993 में गणित में एमएससी की पढ़ाई के दौरान गुरु गोरखनाथ पर शोध करने ये गोरखपुर आए एवं गोरखपुर में अपने चाचा महंत अवैद्यनाथ के शरण में ही चले गए और दीक्षा ले ली। 1994 में ये पूर्ण संन्यासी बन गए, जिसके बाद इनका नाम अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ हो गया। गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मन्दिर के महन्त तथा राजनेता हैं एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री हैं। इन्होंने 2022 को प्रदेश के विधान सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद यहाँ के 22वें मुख्यमन्त्री पद की शपथ ली। वे 1998 से 2017 तक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2014 लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद चुने गए थे। आदित्यनाथ गोरखनाथ मन्दिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। ये हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, तथा इनकी छवि एक प्रखर राष्ट्ररवादी नेता की है। बारहवीं लोक सभा (1998-99) के सबसे युवा सांसद थे। 1999 में ये गोरखपुर से पुनः सांसद चुने गए। अप्रैल 2002 में इन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी बनायी। 2004 में तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता। 2009 में ये 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे। 2014 में पांचवी बार एक बार फिर से दो लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर ये सांसद चुने गए। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिला, इसके बाद उत्तर प्रदेश में 12 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए। इसमें योगी आदित्यनाथ से काफी प्रचार कराया गया, लेकिन परिणाम निराशाजनक रहा। 2017 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने योगी आदित्यनाथ से पूरे राज्य में प्रचार कराया ।
____ पंकज कुमार मिश्रा एडिटोरियल कॉलमिस्ट शिक्षक एवं पत्रकार केराकत जौनपुर।
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