सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय जौनपुर मे बिना गाड़ी स्वामी के गाड़ी ट्रांसफ़र करने मे धांधली का खुलासा*
21-02-2021 10:19:18 PM
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*गाड़ी स्वामी लगभग दो वर्षो से खाड़ी देश में,गाड़ी हो गई ट्रांसफ़र शिराज-ए-हिन्द न्यूज़ ग्रुप का प्रूफ के साथ तीसरा खुलासा*
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जौनपुर - सहायक संभागीय परिवाहन अधिकारी कार्यालय (ए.आर.टी.ओ ऑफिस) जौनपुर में कर्मचारियों और दलालों की मिली भगत से गाड़ी स्वामी सलमान पुत्र सुफियान कई वर्षो से सऊदी में रह रहा है उसके न रहने पर भी उसकी मोटर साइकिल को ट्रांसफ़र कर दिया गया ।
प्रूफ से मिली जानकारी के अनुसार सरायखाजा थाना अन्तर्गत लपरी निवासी सलमान पुत्र सुफियान की शादी सरायपोख्ता थाना कोतवाली जौनपुर अन्तर्गत विगत कई वर्षों पूर्व लपरी निवासी सलमान से हुई थी सलमान को शादी में एक मोटर सायकल जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर UP62/AV/5844 उसको शादी में दी गई थी वो उसी लपरी निवासी युवक सलमान के नाम रजिस्ट्रर्ड थी।
सूत्रो द्वारा बताया जा रहा है कि कुछ पारिवारिक कलह की वजह से सलमान की पत्नी अपने मायके में रहना चाहती थी जो सलमान को मंजूर नहीं था इसी विवाद को लेकर सलमान की पत्नी अपने मायके सरायपोख्ता थाना कोतवाली जौनपुर चली आई अभी कुछ ही दिन पूर्व सलमान के ससुराल वाले थाना सरायख्वाजा जाकर थानाध्यक्ष को अपनी गाड़ी की आर.सी बुक दिखाकर अपनी गाड़ी की मांग करने लगे उस पर थानाध्यक्ष ने सलमान के घर खड़ी गाड़ी को थाने में मगाया और दोनों पक्षों के कागजों को देखते हुए जो कि अभी लगभग 3 माह पूर्व ए.आर.टी.ओ ऑफिस के द्वारा ट्रांसफर की गई थी को सही पाते हुए गाड़ी लड़की पक्ष वालों के सुपुर्द कर दी।
अब सवाल यहां खत्म नहीं होता गाड़ी का सबूत भी आपके सामने हैं की गाड़ी पूर्व में सलमान पुत्र सुफियान के नाम पंजीकृत थी लेकिन भ्रष्टाचार और दलाल के माध्यम से काली कमाई को बटोरने में लगे ए.आर.टी.ओ ऑफिस के कर्मचारी व दलाल ने यह नहीं जाना कि जिसके नाम गाड़ी है वह व्यक्ति भारत में है या नहीं जब कि सलमान सऊदी अरब में लगभग 2 वर्षों से रह रहा है और आज भी वह सऊदी अरब में ही है उसकी गाड़ी को ट्रांसफर करके दलालों ने यह बता दिया कि कुछ भी हो जाए ना तो दलाली बंद होगी और ना ही कर्मचारियों की कलम रुकेगी काम उसी तरह से चलता रहेगा इसलिए कि कार्यालय बाबू नहीं दलाल के द्वारा संचालित किया जाता है जैसा दलाल कहते हैं वैसा ही संबंधित कर्मचारी व अधिकारी को करना पड़ता है इसकी एवज में संबंधित कर्मचारी को मोटी रकम दलाल के माध्यम से मिल जाया करती है इसलिए कि गांधी जी की छपी हुई तस्वीर को देखकर अच्छे-अच्छे डगमगा जाते हैं वह यह नहीं देखते कि क्या गलत है और क्या सही बस गांधी जी की छपी हुई शक्ल को देखकर कलम अपने आप जरा लोगे इशारों पर कर्मचारियों की कलम थिरकने लगती है।
उपरोक्त प्रकरण को लेकर सलमान के पिता सुफियान ए.आर.टी.ओ ऑफिस गए और आप बीती बताई तो संबंधित कर्मचारी ने कहा कि आप कागजात लाइए आपकी गाड़ी हम आपके नाम दोबारा से ट्रांसफर कर दे रहे हैं यानी यू कह लीजिए कि दोबारा से भी फ्रॉड करने के फिराक में कर्मचारी व दलाल आज भी अभी भी सक्रिय हैं क्या ऐसा भी होता है कि बिना गाड़ी मालिक के होते हुए किसी अन्य के नाम गाड़ी को ट्रांसफर कर दिया जाए यह ए.आर.टी.ओ ऑफिस जौनपुर का भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों का एक छोटा सा कारनामा है इसके पूर्व भी शिराज-ए-हिन्द न्यूज़ ग्रुप के द्वारा आपके सामने सुबूत के साथ दो खुलासे तू के साथ प्रूफ के साथ खुलासा किया जा चुका है।
इसी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त सभी कर्मचारियों व अधिकारियों की सबूत के साथ शिराज-ए-हिन्द न्यूज़ पेपर में छाप कर खुलासा करता रहेगा।
पढ़ते रहिए शिराज-ए-हिन्द न्यूज़ पेपर मिलती रहेगी आपको सभी विभागों में कार्यरत भ्रष्टाचारी अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार का खुलासा प्रूफ के साथ।
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*चौथे अंक मे होगा डी.बी.ए में करोड़ों रुपए का गबन का खुलासा प्रूफ के साथ, मिर्ज़ापुर का टूटेगा रिकॉर्ड*
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*सैय्यद नौशाद अली*
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