राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय (विशेष) का रेशीमबाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन परिसर के महर्षि व्यास सभागार में उद्घाटन हुआ
19-11-2024 11:28:48 AM
नागपुर, 18 नवम्बर.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय (विशेष) का रेशीमबाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन परिसर के महर्षि व्यास सभागार में उद्घाटन हुआ. इस अवसर पर सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल जी, अ. भा. सह सेवा प्रमुख एवं वर्ग पालक अधिकारी राजकुमार जी मटाले तथा जोधपुर प्रांत संघचालक एवं सर्वाधिकारी हरदयाल वर्मा जी उपस्थित थे. उन्होंने भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. सह सरकार्यवाह द्वय मुकुंदजी और रामदत्त जी भी उपस्थित थे.
वर्ग में देशभर से 40 वर्ष से अधिक आयु के 868 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए हैं. वर्ग अगले 25 दिनों तक चलेगा, 12 दिसंबर को दीक्षांत पश्चात वर्ग का समापन होगा. प्रशिक्षण वर्ग में सामाजिक जागरूकता एवं सामाजिक परिवर्तन पर प्रशिक्षण दिया जाता है. देश भर से आए शिक्षार्थियों को राजकुमार जी मटाले ने संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार और श्रीगुरु जी की तपोभूमि में शुरू हुआ यह विशेष वर्ग ऐतिहासिक है. संघ शिक्षा वर्ग की नई संरचना के अनुसार यह विशेष वर्ग पहली बार आयोजित किया जा रहा है. वर्ग राष्ट्रीय एकता एवं सहजीवन की भावना देता है.
संघ प्रणाली में प्रशिक्षण वर्ग अत्यंत महत्त्वपूर्ण है. अतः जैसे-जैसे कार्य आगे बढ़ा, विभिन्न प्रान्तों में प्रशिक्षण वर्ग प्रारम्भ किये गए.
संघ की स्थापना १९२५ में हुई और प्रशिक्षण वर्ग की शुरुआत १९२७ में हुई थी. उस समय १७ शिक्षार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था. आपातकाल में प्रतिबंध अवधि और कोरोना काल को छोड़कर संघ के प्रशिक्षण वर्ग का हर साल आयोजन किया गया. समय के साथ प्रशिक्षण वर्ग की अवधि और पाठ्यक्रम में युगानुकूल बदलाव किया गया. आज के परिप्रेक्ष्य में कार्यकर्ता की विचारधारा, भूमिका, कार्य पद्धति की स्पष्टता, प्रतिबद्धता, उसके सामने आने वाली चुनौतियों को कैसे स्वीकार किया जाए और समाज में सकारात्मक परिवर्तन कैसे लाया जाए, यह इसमें प्रस्तुत किया गया है.
आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा मोहिते शाखा से शुरू किया गया संघ कार्य आज देशव्यापी हो गया है. स्वामी विवेकानंद के कथन अनुसार किसी भी पवित्र प्रामाणिक कार्य को पहले उपेक्षा, उपहास, विरोध फिर स्वीकृति मिलती है. वैसे ही शुरुआती दौर में संघ कार्य की उपेक्षा व उपहास उड़ाया जाता था. आज संघ कार्य को सर्वदूर स्वीकार्यता मिली है. यहां तक कि जो लोग सार्वजनिक रूप से संघ कार्य का विरोध करते हैं, वे आज निजी तौर पर इसकी प्रशंसा करते हैं.
समाज जागरण के पांच परिवर्तन के विषय के क्रियान्वयन के लिए क्षमता बढ़े, सिद्धता हो ताकि राष्ट्र निर्माण के कार्य को गति मिले.
संघ कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय (विशेष) के पदाधिकारी
माननीय सर्वाधिकारी - मा. हरदयाल वर्मा जी
वर्ग कार्यवाह - मनसुख लाल सेठिया जी
वर्ग पालक - राजकुमार मटाले जी
Leave a Reply
अपना कमेंट लिखें। कॉमेंट में किसी भी तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग न करें। *