Breaking News

भानगढ़ किले का अद्भुत रहस्य

25-01-2021 04:27:09 PM

रिपोर्ट:

राजस्थान में जयपुर और अलवर के बीच स्थित भानगढ़ के किले के बारे में वहाँ के क्षेत्रीय लोग बताते हैं की रात के समय इस किले से कई तरह की भयानक आवाजें आती हैं | साथ ही यह भी कहा जाता है कि इस किले के अन्दर जो भी गया वो आज तक जीवित नहीं आया लेकिन इसका रहस्य क्या है ये आज तक कोई नहीं जान पाया। 

एक मिथक के अनुसार वहाँ की राजकुमारी रत्नावती जिसकी सुन्दरता पूरे राजपूताने में अद्वितीय थी, वह जब विवाह योग्य हो गयी तो उसे जगह जगह से विवाह के प्रस्ताव आने लगे | वह इतनी सुन्दर थी कि देखने वाले को वो एक मानवी नहीं बल्कि अप्सरा प्रतीत होती और देखने वाला ठगा सा रह जाता | एक दिन एक तांत्रिक की निगाह रत्नावती पर पड़ी वह उस पर मोहित हो गया और उसने राजकुमारी पर तंत्र शक्ति का दुरुपयोग करके उसको प्राप्त करने की ठान ली |
 राजकुमारी की हर छोटी बड़ी जानकारी जुटाने लगा, क्योंकि उसे हर हाल में राजकुमारी को पाना था | एक दिन उसने देखा की राजकुमारी रत्नावती का नौकर राजकुमारी के लिए इत्र खरीद रहा है, तांत्रिक ने पहले तंत्र विद्या का दुरुपयोग करते हुए उस सुगन्धित इत्र को प्राप्त किया और फिर धोखे से उस इत्र में अपने काले जादू के मंत्रो का प्रयोग किया और उसे राजकुमारी रत्नावती तक पहुंचा दिया लेकिन राजकुमारी के एक विश्वासपात्र ने उसे ऐसा करते हुए देख लिया और समय रहते राजकुमारी को उसके बारे में बता दिया |
 
राजकुमारी ने उस इत्र की बोतल को एक चट्टान पे रखा और उसे नीचे फेंक दिया | तांत्रिक को मारने के लिए राजकुमारी रत्नावती ने एक पत्थर लुढका दिया लेकिन मरने से पहले उस तांत्रिक ने समूचे भानगढ़ को नष्ट होने का श्राप दे दिया और उसका श्राप सत्य साबित हुआ |

ये सारी कहानिया मिथक हो सकती हैं लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुभव रौंगटे खड़े कर देने वाले हैं | कुछ लोगो ने तो सैनिको की पूरी एक टोली के चलने की आवाज, उनके वस्त्रो की आवाज और उनके अस्त्र-शस्त्रों के खनकने की आवाजे वहाँ सुनी हैं | भानगढ़ के किले को भारत के सबसे डरावने स्थानों में से एक माना जाता है इसलिए यहाँ घूमने से पहले ये मत भूलियेगा की ये कोई पर्यटन स्थल नहीं है |


Comentarios

No Comment Available Here !

Leave a Reply

अपना कमेंट लिखें। कॉमेंट में किसी भी तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग न करें। *

भारतवर्ष

अगर आपके पास कोई समाचार हो तो आप हमे jaibharatvarsh4@gmail.com पर भेज सकते हैं। >>

Copyright 2020. All right reserved