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खरी - खरी __________

02-07-2021 09:39:31 AM


अगर आप किसी भी पार्टी के आई टी सेल के सदस्य नहीं हैं तो गलत बातों  को अंधभक्ति या चमचागिरी में डिफेंड मत करिए  । जनता की साइकोलॉजी का भजिया पाव नहीं करिए ।  जैसे कि आप सभी आई टी सेल के निकम्मे दुमछले कितनी ही थेथोरोलॉजी , झक्कीपन या नंगई कि बात कर - कर के अपने पार्टी का पक्ष रख लीजिए पर आप जनता को  ऐसे कन्वेंस  नहीं कर पाएंगे कि बेतहाशा बढ़ी महंगाई के बाद भाजपा को  वोट क्यों  दें ? और इतने घोटालों के बाद गांधी से वाड्रा फिर वाड्रा से गांधी बनी प्रियंका के पीछे क्यो जाए ?  पिछले 8 महीनों में बढ़े  तेल और गैस के  दामों को जायज तो नहीं ठहरा सकते..  आप केवल कुतर्क कर सकते है , कर्ज मेनटेन किया जा रहा , देश को विकसित किया जा रहा , रोड बनवाई जा रही , बिल्डिंग में रह रहे और लग्ज़री कार में घूम रहे अमीर अल्पख्यकों को तीन महीने के राशन मुफ्त दिया जा रहा .... फलां - फलां ......... हिंदुवादी सोच से खुद को हिंदुत्व का हितैषी साबित कर सकते है पर आए दिन जनता की जेब पर पड़ रही डकैती को यदि नहीं रोक सकते तो आपको जनता को कनवेंस करने का कोई हक नहीं , क्युकी आपको सोशल मीडिया पर पार्टियों के तलवे चाटने  के एवज में पार्टियों से छोटे मोटे पद की लालच है । छिछोरे पंथी में अव्वल ऐसे मीडिया सेल के संयोजक कार्यकर्ता जिन्हे पार्टियां लॉलीपॉप थमा कर सोशल मीडिया पर छुट्टा छोड़ देती है ,ये बस बेवजह बहस करते मिल जाते है । क्या होगा इससे ? क्या जनता को महंगाई से निजात दिलाने का प्रयास होता है या कट्टरवादिता बढ़ाने की नौटंकी !
                इसी तरह राम मंदिर की जमीन खरीदने के सौदों पर उठे सवाल , महामहिम के टैक्स भर देने से बवाल , आम जनता को रोज सुबह शाम अगले दिन और ज्यादा पेट्रोल डीजल गैस के दाम बढ़ जाने की चिंता ये सब बाते एक बात के पीछे छुपा ली जाती है वो है कि हम कश्मीर पर काम कर रहे ,हम चीन को पीछे खदेड़ रहे..चलिए ये सब कर लीजिए पर तब क्या जब आम जनता भुखो मर जाएगी  ?  अभी तक वैक्सीन किल्लत जारी है ,  कई जगह खाली सिरिंज चुभाई जा रही , गड़बड़ी की बात साबित नहीं हुई है लेकिन कई लोग ये तर्क दे रहे थे कि सरकार क्या कर सकती है ?  चंदा संजय सिंह भी दे सकते थे ,और मोमता दीदी भी  पर एक नंबरी बनने के चक्कर में सर जी यू पी में अपनी जड़ ही कटवा बैठे ,और दो नंबरी दीदी बंगाल में अपनी जड़े जमा चुकी है , अब नहीं पूछता कोई झाड़ू को यू पी में ।  हमने मोडी जी को वोट  दिया है बदले में मोडी जी हमें जमकर महंगाई दे रहे , ताली थाली पिटवा रहे और तो और बचा खुचा खून मन की बात सुना कर पी जाते है । अगर भाजपा के नेता  घोटाला करते है या अंजाने में उनसे होता भी है तो कोई बात नहीं..क्युकी मोडी जी के मंत्री प्रेस कांफ्रेंस में बोल देंगे घोटाले का कारण कांग्रेस है । खीस निपोरी ..............
हमें मंदिर चाहिए और हिंदुस्तान चाहिए  ?  क्यों भाई.. हमनें चंदा भगवान राम के भव्य मंदिर के लिए और वोट कश्मीर में बसने के लिए दिया  दिया था क्या  ?  भाड़ में जाए महंगाई , मेरे पिछले खरी - खरी वाले आर्टिकल पर एक आई टी सेल मेंबर ने मेरे दूबे मित्र के सपोर्टिव कमेंट के अग्सिंस्ट लिखा दूबे जी पेट्रोल बढ़ गया तो सायकिल से चलिए .... कसम उड़ान छल्ले की खुशी दूबे के बड़े वाले समर्थक दूबे जी ने बात दिल पर ले लिया  । अब मुझसे बोले अब तो सायकिल पर ही बटन दबेगा । 
              अब कौन समझाए इन आई टी सेल वालो को कि आप मोडी जी ,योगी जी  का वोट बढ़ा रहे की घटा रहे ? हम तो खुद ही कन्फुजिया गए है कि ये आई टी सेल वाले बैटिंग किसकी तरफ से करते है ? साइकिल की तरफ से या फूल की तरफ से ! बेचारे फूल............भगवान राम भी थक गए है मंदिर निर्माण के मुद्दे से अब टेंट से निकल के सोच रहे चलो किसी  अयोध्या के मेयर या फिर किसी ट्रस्टी के भव्य घर में रह लिया जाय ! ये आपीए और भापिए पीछा छोड़ेंगे नहीं !  भगवान के चंदे पर नज़र डालना तो महापाप है..करोड़ों रुपए छोड़िए, भगवान के नाम पर दिया एक रुपया चुराना भी महापाप है..हमारे तो घर के मंदिर में रखे रुपए पड़े पड़े सड़ गए लेकिन हाथ नहीं लगाया..फिर जिन लोगों ने अपने पसीने की कमाई से प्रभु राम का मंदिर बनाने के लिए पैसा दिया है, उनकी आस्था से खिलवाड़ क्यों होना चाहिए? इसलिए ये मत कहिए कि भले ही घोटाला हो जाए, हमें मंदिर चाहिए..याद रखिए ये मर्यादा पुरुषोत्तम का मंदिर है और जनता के मेहनत का टैक्स है, हलक में अटक जाएगा । @मेरी कलम ।
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 पंकज कुमार मिश्रा
 एडिटोरियल कॉलमिस्ट
 शिक्षक एवं पत्रकार 


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